योग जीवन जीने की कला का नाम है : डॉ भोला
जींद
शहीद भगत सिंह व्यायामशाला खटकड़ में 5 दिवसीय योग शिविर व चरित्र निर्माण का आयोजन किया गया जिसका संचालन सोनू आर्य व प्रबंधक अशोक आर्य ने किया इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर डिप्टी सी० एम० ओ० डॉ. राजेश भोला ने शिरकत की डॉ. भोला ने कहा की योग जीवन जीने की कला का नाम है इसलिए योग को प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में अपनाना चाहिए जंक फ़ूड खाना मसालेदार खाना , शराब व तम्बाकू का सेवन कभी नहीं करना चाहिए ताकि सभी व्यक्ति रोगमुक्त रह सके । युवाओ को योग हर रोज़ जरूर करना चाहिए क्योकि जिस देश की युवा शक्ति स्वस्थ व मजबूत होती है वो देश व् समाज भी उतनी ही तरक्की करता है ।
शहीद भगत सिंह व्यायामशाला के संचालक सोनू आर्य ने बताया देर रात को खाना व सुबह देर से उठना समय पर भोजन न करना व नशीली दवाओं का नियमित सेवन करने से व्यक्ति की जीवन शैली बदल जाती है और उनको इन बुरी चीज़ो की आदत पड़ जाती है इसलिए इन सभी बुरी चीज़ो से दूरी बनाकर योग को जीवन में अपनाना चाहिए उन्होंने कहा की कुछ लोगों की मानसिकता बेटियों के प्रति सही नहीं है जिस कारण कन्या भ्रूण हत्या जैसी सामाजिक बुराईया हमारे समाज में हो रही है जिस कारण हमारे समाज में लिंगानुपात का संतुलन भी गड़बड़ा रहा है जो की आने वाले समय में हमारे समाज के लिए बहुत बड़ा खतरा है ।
शिक्षा सहयोग समिति से पहुंचे शुभम जयहिंद ने कहा की पेड़ हमारे सबसे अच्छे मित्र होते है आज लगाए गए पौधे हमे बड़े होकर सांस लेने के लिए शुद्ध ऑक्सीजन प्रदान करते है हम जितने पेड़ पौधे ज्यादा लगाएंगे प्रदूषण उतना ही कम होगा व पर्यावरण स्वच्छ होगा हमे बेटी के पैदा होने पर भी पौधरोपण करना चाहिए व प्रत्येक व्यक्ति को अपने जन्मदिन पर एक पौधा जरूर लगाना चाहिए व इसकी देखभाल अपने परिवार के सदस्य की भांति करनी चाहिए । इस मोके पर विजय आर्य , सचिन,रवि,अमित,हरिकेश,समीर,प्रमोद,बबलू,सत्यवान जांगड़ा,रामफल,मास्टर सुरेश , मास्टर अजीतपाल , प्रदीप,जतिन,आशीष,जोगिन्दर भोला आदि उपस्थित रहे | कार्यक्रम के अंत में डॉ. भोला ने सभी से सामाजिक कुरीतियों जैसे कन्या भ्रूण हत्या ,दहेज़-प्रथा बाल-विवाह जैसी कुरीतियों के खिलाफ आगे आने की शपथ दिलाते हुए कार्यक्रम का समापन करवाया |